
उत्तराखंड।
भारत सरकार की अंतर मंत्रालय केंद्रीय टीमों द्वारा आज जनपद रुद्रप्रयाग, पौढ़ी और नैनीताल में संबंधित जिला प्रशासन, स्थानीय जनमानस और संबंधित पक्षों से वार्तालाप करते हुए मानसून काल में हुई आपदा की क्षति का आकलन करने हेतु स्थलीय निरीक्षण किया गया।
जनपद नैनीताल द्वारा मानसून काल में लगभग 443.42 करोड़ के नुकसान, जिसमें आपदा न्यूनीकरण मद में रुपए 285 करोड़ एवं विभिन्न विभागीय परिसंपत्तियों को लगभग रु 158 करोड़ होने का नुकसान का आकलन किया गया।
इसी प्रकार जनपद रुद्रप्रयाग और पौड़ी द्वारा भी विभिन्न परिसंपत्तियों के नुकसान से केंद्रीय टीम को अवगत कराया गया।
इस दौरान केंद्रीय टीमों द्वारा स्थानीय लोगों तथा संबंधित पक्षों से भी आपदा से हुए नुकसान के संबंध में फीडबैक प्राप्त की।
केंद्रीय दल के नेतृत्वकर्ता संयुक्त सचिव भारत सरकार आर प्रसन्ना ने अवगत कराया है कि यह निरीक्षण राज्य में आपदा से हुई वास्तविक क्षति का तथ्यात्मक आकलन करने तथा एक विस्तृत प्रतिवेदन केंद्र सरकार को सौंपने के लिए किया गया है। उन्होंने कहा कि इससे प्रभावित क्षेत्रों में पुनर्निर्माण, पुनर्वास तथा जनजीवन को सामान्य करने के लिए प्रभावी कदम उठाने में सहायता मिलेगी।