देहरादून।
उत्तराखंड के पूर्व सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत के खिलाफ भर्ष्टाचार की जाँच सीबीआई से कराने के उच्च न्यायालय नैनीताल के आदेशों को तत्कालीन त्रिवेन्द्र सरकार ने हाईकोर्ट के आदेशों को सुप्रिम कोर्ट में चुनौती देने वाली दायर एसएलपी को वर्तमान में धामी सरकार द्वारा वापस करने के लिए सुप्रिम कोर्ट में अर्जी लगाई है जिससे कंही न कंही बीजेपी के वरिष्ठ नेता पूर्व सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है , हालाँकि इस पूरे मामले पर कल से भाजपा की ओर से किसी भी नेता प्रवक्ता ने अपना मुंह नही खोला लेकिन आज शाम होते होते मीडिया के द्वारा बयान देने को लेकर बनाये जा रहे दवाब के बाद पार्टी की ओर से अधिकृत विज्ञप्ति जारी कर प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान ने संगठन के प्रदेश अध्यक्ष की ओर से जानकारी साझा की।
*बीजेपी की ओर से जारी विज्ञप्ति* भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कांग्रेस के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि पार्टी पूरी तरह से एकजुट और पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि त्रिवेंद्र सिंह रावत पार्टी के सम्मानित और वरिष्ठ नेता है लिहाजा विपक्ष को बीजेपी के अन्दर झांकने की जरूरत नही है ।
इसके साथ ही भट्ट ने कहा कि उनकी जानकारी के अनुसार सुप्रीम कोर्ट से कोई एसएलपी वापस नही ली गयी है। हालांकि यह मामला मुख्यमंत्री और सरकार से संबंधित होने के कारण इस पर अधिकृत जानकारी सरकार ही दे सकती है।
उन्होंने कांग्रेस को नसीहत देते हुए कहा कि किसी भी जानकारी के पुख्ता होने से पहले कांग्रेस तिल का ताड़ बनाने और दुष्प्रचार से बाज आये।