उत्तराखंड
चमोली और रुद्रप्रयाग के सात STP में करंट फैलने का सबसे ज्यादा खतरा, नोटिस जारी
पेयजल निगम ने चमोली और रुद्रप्रयाग जिले में चल रहे सात सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बंद करते हुए इनमें सुधार को कंपनी को 48 घंटे का नोटिस जारी कर दिया है। निर्धारित समय पर कंपनी ने काम न कराया तो उसे बिल या देनदारी से इसकी कटौती कर ली जाएगी।कांफिडेंट इंडिया कंपनी ने गढ़वाल मंडल में 18 एसटीपी बनाए हैं, जिनमें से सात का संचालन पेयजल निगम कर रहा है। चमोली हादसा होने के बाद निगम ने अपने सभी एसटीपी की विद्युत सुरक्षा संबंधी जांच कराई।
जांच के दौरान पता चला कि अलकनंदा, पिंडर नदियों के अलावा रुद्रप्रयाग के एक गदेरे के तेज बहाव में इन एसटीपी के अर्थिंग सहित कई उपकरण बह गए हैं। बेहद असुरिक्षत मानते हुए पेयजल निगम के एमडी एससी पंत ने तत्काल इन सातों प्लांट में विद्युत आपूर्ति बंदा करा दी है।
एमडी पंत ने बताया कि कंपनी को नोटिस जारी करते हुए 48 घंटे के भीतर विद्युत सुरक्षा संबंधी सभी काम करने को कहा गया है। अगर निर्धारित समय में कंपनी ने सुधार न किया तो निगम अपने स्तर से इनकी मरम्मत कराएगा। इस पर आने वाला खर्च कंपनी के बिल या विभाग की देनदारियों से काट लिया जाएगा।