Uttarakhand: नकली करेंसी के कारोबारियों के लिए ऊधम सिंह नगर मुफीद बनता जा रहा है, 6 बड़े मामले
नकली करेंसी के कारोबारियों के लिए ऊधम सिंह नगर मुफीद बनता जा रहा है। बीते आठ साल में पुलिस ने लाखों की नकली करेंसी के साथ कई लोगों को गिरफ्तार किया है। जिला पड़ोसी देश नेपाल के साथ ही उप्र के बरेली, पीलीभीत, मुरादाबाद, रामपुर और बिजनौर जिले से सटा हुआ है। ऐसे में आपराधिक वारदातों के साथ ही जिले में नकली करेंसी का धंधा फल-फूल रहा है। पुलिस आंकड़ों की बात करें तो आठ साल के भीतर आधा दर्जन से अधिक नकली करेंसी के मामले पकड़कर पुलिस लाखों रुपये बरामद कर चुकी है।
संपर्क के अन्य जन सेवा केंद्रों पर निगाह : पुलिस की गठित विशेष जांच टीम काशीपुर समेत अन्य करीबी शहरों में संचालित साइबर कैफे और जन सेवा केंद्र पर निगाह रख रही है। विशेष कर आरोपितों के सीडीआर के आधार पर जन सेवा केंद्र चलाने वाले अन्य संचालकों के ठिकानों पर छापेमारी की जाएगी। कोतवाली में दिन भर चली पूछताछ : नकली नोट छापने के गिरोह से काशीपुर कोतवाली में पुलि, एसओजी, एलआइयू और आइबी के अधिकारियों द्वारा दिन भर पूछताछ चली। आरोपितों ने कई बार अपने बयान भी बदले।
कब कब आए मामले
- वर्ष, 2015 में पुलिस ने बिलासपुर और जगतपुरा निवासी तीन युवकों को गिरफ्तार किया था। उनके पास से पुलिस ने 1.40 लाख की नकली करेंसी बरामद की थी, जिसे जिले के साथ ही रामपुर में चलाया जा रहा था।
- 29 अगस्त, 2016 को ट्रांजिट कैंप से पुलिस ने पीलीभीत निवासी विनोद मौर्या और राजू मजूमदार को नकली करेंसी बनाते हुए पकड़ा था। उनके पास से कम्प्यूटर, स्कैनर, कॉटेज, कागज, स्टाप पेपर के साथ ही 20-20 रुपये के 200 नकली नोट बरामद किए थे।
- वर्ष, 2021 में बाजपुर में हजारों की नकली करेंसी के साथ दो आरोपितों को गिरफ्तार किया था। इस दौरान पता चला कि वह जिले में जगह जगह नकली करेंसी बाजार में खपा रहे थे।
- 5 मई, 2023 को बिजनौर के बूटा सिंह और राजेंद्र सिंह को गिरफ्तार किया था। उनके पास से 22 लाख से अधिक की नकली करेंसी बरामद हुई।
- वर्ष, 2017 में जसपुर में नकली करेंसी छापने वाले गिरोह का भी पुलिस ने भंडाफोड़ किया था। इस मामले में पुलिस ने हजारों की नकदी समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया था।
- वर्ष, 2016 में मूलरूप से प. बंगाल और हाल दिनेशपुर निवासी एक युवक को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया था। उसके पास से 80 हजार की नकली करेंसी बरामद की थी। वह पश्चिम बंगाल से नकली नोट लाकर यहां खपा रहा था।