देहरादून।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने एक बार फिर कानून व्यवस्था को लेकर प्रदेश के डीजीपी अशोक कुमार पर कानून व्यवस्था का पालन कराने में असफल रहने के आरोप लगाते हुए सरकार से तत्काल प्रभाव से उन्हें पद से हटाने की माँग करते हुए कहा कि पिछले दिनों सरकार के द्वारा मसूरी में चिंतन शिविर का आयोजन किया गया जिसमें मुख्यमंत्री धामी समेत प्रदेश के मुख्य सचिव ने भी अधिकारियों को तेरी फाइल मेरी फाइल लालफीताशाही समेत तमाम तरह की बातें कहीं लेकिन प्रदेश में एक ऐसे अधिकारी है जिन पर कानून व्यवस्था को संभालने की जिम्मेदारी है लेकिन वह हर जगह पर फेल साबित हुए हैं लेकिन फिर भी अपने पद पर जमे हुए हैं उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि एक आतंकवादी पिछले लंबे समय से प्रदेश में रह रहा था जिसकी जानकारी तक पुलिस को नहीं थी उत्तर प्रदेश की पुलिस ने आकर उसको पकड़ा ,अंकिता भंडारी मामले में भी डीजीपी के द्वारा अंकिता भंडारी के पिता से बात करते हुए उसकी रिकॉर्डिंग की गई और उसे सार्वजनिक भी किया गया बिना अनुमति के जो कि अपराध की श्रेणी में ही आता है साथ ही कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने केदार भंडारी के मामले में भी आरोप लगाते हुए कहा बिना f.i.r. के केदार भंडारी को गिरफ्तार किया जाता है और उसके बाद उसके परिजनों को गंगा में छलांग लगाने की बात की जानकारी दी जाती है जिसकी बॉडी तक बरामद नहीं होती है ऐसे में इस तरह की कानून व्यवस्था का जंगलराज उत्तराखंड में चल रहा है और मुख्यमंत्री चिंतन कर प्रदेश को खुशहाल बनाने की बात कर रहे हैं ।
करण माहरा प्रदेश अध्यक्ष कांग्रेस