फर्जी रजिस्ट्री मामले में दून पुलिस ने आज की 18 वीं गिरफ्तारी, अब सफेद पोश की तैयारी।
देहरादून।
फर्जी रजिस्ट्री मामले में देहरादून की कोतवाली नगर और एसओजी की टीम ने एक और आरोपी को गिरफ्तार किया। बता देन कि इस मामले मे अब तक 18 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। 12 अक्टूबर को ही आरोपी हुमायू परवेज को गिरफ्तार किया गया था जिसने पूछताछ में कई व्यक्तियों के नाम बताए थे। वहीं पूछताछ के बाद देर रात एक और आरोपी को गिरफ्तार किया गया है जिसने पूछताछ में कई बड़े राज खोले हैं। एसएसपी अजय सिंह ने पूरे मामले का खुलासा किया है और कहा कि कई सफेदपोश एसआईटी की रडार पर हैं जिन्हें जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
आरोपी ने पूछताछ में बताया कि 2014 में उसने मदन मोहन शर्मा स्वर्गीय गिरधारी लाल निवासी दूधली हाल निवासी दिल्ली की तरफ से खसरा नंबर 594, 595 मौजा माजरा का वाद सिविल सीनियर डिवीजन में कैंट बोर्ड से लड़ा था। 2017 में उसने मदन मोहन शर्मा के वाद को वापस ले लिया गया, वह समीर कामयाब के गोल्डन फॉरेस्ट के केस को भी लड रहा था। एक बार समीर, हुमायूँ परवेज को उसके चैम्बर में लाया था, तब उसने बताया कि माज़रा की एक जमीन है, जिसका केस वह मदन मोहन शर्मा दूधली वाले के नाम से लड़ रहा है। आरोपी ने समीर से कहा कि इस केस में जीतने के चांस कम है लेकिन कोई ऐसा आदमी मिल जाये, जिसके नाम से रजिस्ट्री हो जाये तो काम हो जायेगा।
समीर की सहारनपुर में रजिस्ट्रार ऑफिस में पहचान थी तो उसने वहां से जरूरी जानकारी जुटा ली और फिर कुछ दिन बाद आरोपी तिवारी, समीर, हुमायूँ परवेज और समीर का साला शमशाद, समीर के किराये के घर सी-15 टर्नर रोड में मिले, जहाँ यह तय हुआ कि जमीन की रजिस्ट्री उसके मूल मालिक लाला सरणी मल से हुमायूँ के पिता जलीलू रहमान और लाला मणि राम से आरोपी के पिता अर्जुन प्रसाद के नाम पर करवाई जायेगी और बाद में जो भी पैसा मिलेगा, उसको सब आपस में बाँट लेंगे।