

उत्तराखंड विधानसभा।
आज उत्तराखंड विधानसभा के सत्र की सुरुआत होते ही जँहा एक ओर विपक्षी विधायको ने संसदीय कार्य मंत्री पर कार्यवाही की पीठ से मांग की वही निर्दलीय विधायक उमेश कुमार ने मैदानी पहाड़ी के मुद्दे पर बयान देते हुए कहा यह सदन गरिमा का सदन है कल जिस भाषा का प्रयोग संसदीय कार्य मंत्री ने किया वो भी दुर्भाग्यपूर्ण है और उससे भी ज्यादा दुर्भाग्यपूर्ण ये भी है कि सदन में मैदानी और पहाड़ी जैसे मुद्दों की चिंगारी उठ रही है उससे उत्तराखंड ही नही देशभर में आग लगेगी…साथ ही उमेश कुमार ने पीठ को संबोधित करते हुए कहा इस विधानसभा में तो मैदानी क्षेत्र के सिर्फ विधयक है जबकि देश के सीडीएस हो या रक्षा सलाहकार हो या सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री हो उत्तराखंड के मूल निवासी है दिल्ली में दो विधायक उत्तराखंड के है ऐसे ही अन्य राज्यो में भी उत्तराखंड के मूल निवासी जन प्रतिनिधि के रूप में बिराजमान है इसलिए यंहा पर मैदानी पहाड़ी बोल कर यह जहर न घोला जाए तो सभी के लिए वेहतर होगा।
सुनिए विधायक उमेश कुमार का बयान