देहरादून।
उत्तराखंड में चारधाम यात्रा का उत्साह पूरे उफान पर है। बड़ी संख्या में यात्री चारों धामों में दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। इस बीच 78 श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य विभाग ने बिना दर्शन के ही वापस बैरंग लौटाया है। दरअसल, स्वास्थ्य विभाग ने चार धामों में हो रही मौतों को देखते हुए कुछ खास व्यवस्था की है। जिसके बाद स्वास्थ्य परीक्षण के साथ विभिन्न सुविधाओं के लिए कर्मचारियों को तैनात किया गया है। उत्तराखंड में चारधाम यात्रा के महज 24 दिनों में ही अब तक 11 लाख से अधिक लोग यात्रा के लिए पहुंच चुके हैं। इस दौरान चारों धामों में मौतों का आंकड़ा 92 पहुंच चुका है। जिस तरह यह आंकड़ा बढ़ रहा है, उससे स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप तो है ही वहीं सरकार भी इसको लेकर चिंतित दिखाई दे रही है।
वही चारों धामों में हो रही मौतों के संबंध में स्वास्थ्य विभाग ने जानकारी देते हुए बताया गया कि कल शाम तक कुल 92 डेथ हुई है जिन की मुख्य वजह हृदय गति रुकना बताया गया है साथ ही स्वास्थ्य निदेशक डॉ सरोज नैथानी ने कहा कोई एक भी डेथ हेल्थ रिलीव पोस्ट में या अस्पतालों में नहीं हुई है जो भी डेथ हुई है सभी यात्रा मार्ग पर हुई हैं जिसका मुख्य कारण ज्यादा ठंड व बरसात के कारण टेंपरेचर लो होने की वजह रही है जिनमें लोगो की मौत हुई है उनमें सबसे ज्यादा मृत्यु 60 वर्ष से ऊपर के व्यक्तियों की है इसके साथ ही डॉ सरोज नैथानी ने बताया की तमाम ऐसे मरीजों को हेली सेवा के माध्यम से देहरादून, ऋषिकेश एम्स आदि अस्पतालों में भर्ती कराया गया था वो स्वास्थ्य हो चुके है जिन्हें डिसचार्ज किया जा चुका है।