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उत्तरकाशी महापंचायत के समर्थक स्वामी दर्शन भारती को जान से मरने की धमकी मिलने पर विहिप-बजरंग दल में आक्रोश

उत्तरकाशी के पुरोला में 15 जून को प्रस्तावित महापंचायत को लेकर महाभारत छिड़ी हुई है। एक तरफ विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल में महापंचायत का ऐलान किया हुआ है। गुरुवार को कुछ लोगों ने महापंचायत नहीं होने का ऐलान अपनी तरफ से कर दिया, जबकि आयोजक अभी फिलहाल सामने नहीं आए हैं। वहीं उत्तराखंड पुलिस अलर्ट मोड पर है। जिले में 19 जून तक के लिए धारा 144 लगा दी गई है।

पुरोला में जहां गुरुवार को होने वाली महापंचायत को लेकर पुरोला प्रधान संगठन ने हाथ पीछे खींच लिए थे। वहीं विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल में महापंचायत करने का ऐलान कर दिया था। आज उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी राजपाल पवार ने कुछ लोगों के सामने आकर घोषणा की कि सभी संगठनों के सामूहिक विचार विमर्श के बाद महापंचायत को स्थगित किया गया है। हालांकि जिन्होंने महापंचायत करने का ऐलान किया था, वे आयोजक सामने नहीं आए।

 

स्वामी दर्शन भारती को मारने की धमकी
अभी भले ही महापंचायत स्थगित करने की घोषणा जरूर हुई है, लेकिन फिर भी जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर है। इस मामले में एक नई बात सामने आई है कि महापंचायत के समर्थक देवभूमि रक्षा अभियान के संस्थापक और निरंजनी अखाड़े के संत स्वामी दर्शन भारती को जान से मारने की धमकी मिली है। स्वामी दर्शन का सिर कलम करने वाले को 5 करोड़ का इनाम घोषित किया गया है। स्वामी दर्शन भारती ने इस संबंध में देहरादून पुलिस को जानकारी दी है।

 

लव जिहाद को करेंगे बंद
स्वामी दर्शन भारती का कहना है कि उन्हें धमकी मिली है, लेकिन वह किसी की धमकी से डरने वाले नहीं है। सनातन धर्म संस्कृति के लिए उनका संघर्ष जारी रहेगा। देव भूमि उत्तराखंड से लव जिहाद ऑनलाइन जहाज को बाहर किया जाएगा। उनका कहना है कि ओबीसी के कहने से महापंचायत पर रोक नहीं लगेगी, न ही उत्तराखंड के लोग असदुद्दीन ओवैसी को नहीं जानते हैं। हम बस इतना जानते हैं कि ओवैसी पाकिस्तान (Pakistan) और जिहादियों का एजेंट है। स्वामी दर्शन भारती को मिली धमकी के बाद संत समाज में भी काफी आक्रोश नजर आ रहा है। स्वामी आदि योगी महाराज का कहना है कि किसी भी व्यक्ति को खुलेआम धमकी देना निंदनीय बात है। इस तरह के जिहादी प्रवित्ति के लोगों परसरकार को कार्रवाई करनी चाहिए।

 

उत्तरकाशी का बॉर्डर सील
महापंचायत को लेकर पुलिस प्रशासन ने उत्तरकाशी के बॉर्डर को पूरी तरह से सील कर दिया है। एडीजी कानून व्यवस्था मुरुगेशन ने बताया कि उत्तरकाशी के बॉर्डर को पुलिस ने सील दिया है और बाहरी जिलों से महापंचायत के लिए आने वाले लोगों को बॉर्डर पर ही रोक दिया जाएगा। पुरोला में किसी भी तरह से धारा 144 का उल्लंघन न हो इसके लिए अतिरिक्त पुलिस फोर्स के साथ पीएसी भी तैनात की जा रही है। वहीं सुप्रीम कोर्ट ने उत्तराखंड में बढ़ते सांप्रदायिक तनाव के बीच उत्तरकाशी के पूरे शहर में प्रस्तावित महापंचायत को रोकने के लिए याची पर याचिका पर विचार करने से इनकार कर दिया है। इसके बाद याचिकाकर्ता ने उत्तराखंड हाई कोर्ट का रुख किया है। इस मामले में अब गुरुवार को हाईकोर्ट में सुनवाई होगी।

 

लव जिहाद नहीं होने देंगे!
ताजा जानकारी के अनुसार हिंदू संगठनों ने महापंचायत की डेट बदल दी है। विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल के प्रदेश अध्यक्ष अनुज वालिया का कहना है कि पुरोला में महापंचायत रोकने की हिंदुओं (Hindu) के खिलाफ बड़ी साजिश है। महापंचायत को शांतिपूर्ण ढंग से किया जाना था, लेकिन धारा 144 लागू कर प्रशासन ने समुदाय विशेष को संरक्षण देने का काम किया है। उनका कहना है कि लव जिहाद के खिलाफ जो आवाज उत्तरकाशी से उठी है, वह अपने आप में एक मिसाल है। हिंदू समाज की बहू बेटियों को लव जिहाद (Love Jihad) से बचाने के लिए शांतिपूर्ण तरीके से महापंचायत प्रस्तावित थी, लेकिन जिला प्रशासन ने हिंदू समाज को दबाने का काम किया है।

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