प्रधानमंत्री मोदी ने दी भारत रत्न सुर कोकिला लता मंगेशकर को श्रद्धांजलि ।
मुंबई:
महान गायिका लता मंगेशकर का 92 वर्ष की आयु में मुंबई के ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल में देर रात/रविवार सुबह निधन हो गया. भारत रत्न, स्वर कोकिला, संगीत की मलिका..और न जाने कितने नामों से अपनी आवाज के दम पर करोड़ो दिलों पर राज करने वालीं लता मंगेशकर के निधन की खबर से पूरा देश गम और सदमे में है।
लता मंगेशकर जी को COVID-19 के लिए पॉजिटिव पाए जाने के बाद 11 जनवरी को ब्रीच कैंडी अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया था.
पीएम ने दी श्रद्धांजलि
पीएम नरेंद्र मोदी ने लता मंगेशकर के निधन पर शोक जताया है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, “लता दीदी के गानों ने कई तरह के इमोशन्स को उभारा। उन्होंने दशकों तक भारतीय फिल्म जगत के बदलावों को करीब से देखा। फिल्मों से परे, वह हमेशा भारत के विकास के बारे में भावुक थीं। वह हमेशा एक मजबूत और विकसित भारत देखना चाहती थी।”
36 भाषाओं में 50 हज़ार से ज्यादा गीतों को दी आवाज़
28 सितंबर 1929 को इंदौर में मशहूर संगीतकार दीनानाथ मंगेशकर के यहां पैदा हुईं लता मंगेशकर ने 36 भाषाओं में 50 हजार से ज्यादा गीतों को अपनी आवाज दी। लता ने अपनी आवाज और अपनी सुर साधना से बहुत छोटी उम्र में ही गायन में महारत हासिल कर ली थी। एक समय था जब शायद ही कोई फिल्म हो जिसमें लता मंगेशकर का गाना न शामिल होता हो।
बता दें कि लता मंगेशकर जब 13 साल की थीं तो उनके पिता का निधन हो गया था। इसके बाद उनके ऊपर परिवार की जिम्मेदारी आ गई थी। 13 साल की उम्र में उन्होंने फिल्म ‘पहिली मंगलागौर’ से डेब्यू किया था। लता मंगेशकर की पहली कमाई 25 रुपए थी। उन्होंने 1942 में मराठी फिल्म ‘किती हसाल’ के लिए गाना गाया था। 18 साल की उम्र में मास्टर गुलाम हैदर ने फिल्म मजबूर के गीत ‘अंग्रेजी छोरा चला गया’ में मुकेश के साथ गाने का मौका दिया था