उत्तराखंड सरकार।
धर्म रक्षक धामी सरकार में बम्पर तबादलों को लेकर एक ओर जँहा ब्यौरोंक्रेसी में घमासान मचा हुआ है वंही दूसरी ओर विपक्ष भी न सिर्फ तबादलों को लेकर धामी सरकार पर तंज कस रहा है बल्कि इतिहास में पहली बार नोकरशाही पर उल्टी गंगा बहाने की रिवायत सुरु करने को लेकर निशाना साध रहा है। कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धसमना ने धामी सरकार पर चुटकी लेते हुए कहा कि कमिश्नर कुमाऊँ को सचिव मुख्यमंत्री बनाना तो ठीक वैसा ही है जैसे, ,,कँहा रह गई नीति कँहा रह गया माणा एक श्यामसिंह राणा कँहा कँहा जाना ,, की तरह ही है।
क्योंकि कुमाऊँ कमिश्नर दीपक रावत को मुख्यमंत्री के सचिव का अतिरिक्त कार्यभार दिए जाने के बाद क्या कुमाऊँ की जनता को सुलभ न्याय और सरकार की योजनाओं का लाभ तय समय पर मिल पायेगा , बजह साफ है कुमाऊँ कमिश्नर राजधानी से लगभग 300 किलोमीटर दूर हल्द्वानी की दूरी भले ही तय कर लें लेकिन जनता से दूरी बढ़ना तय है।
इसके अलावा आईपीएस अधिकारियों के हुए ट्रांसफर को लेकर धस्माना ने कहा कि ऐसी उल्टी गंगा देवभूमि में पहली बार बहाई जा रही है जिसमे पुलिस के मुखिया डीजीपी अभिनव कुमार को एडीजी लॉ एंड ऑर्डर का अतिरिक्त भार दिया गया है यह दर्शाता है कि प्रदेश में क्या अच्छे अधिकारियों की कमी है या डीजीपी अभिनव कुमार से वेहतर पीएचक्यू में कोई अन्य अधिकारी कानून व्यवस्था को वेहतर रखने में सक्षम नही है।