चारधाम यात्रा में अब तक 20 लाख श्रद्धालुओं ने किए दर्शन, 119 तीर्थयात्रियों की हुई मौत
चारधाम यात्रा शुरू हुए 45 दिन हो चुके हैं। इस बीच 119 तीर्थयात्रियों की चारधाम यात्रा के दौरान जान गई है। इन मौतों की वजह खराब मौसम, मुश्किल चढ़ाई और दूसरी बीमारियां बताई जा रही है। चारधाम यात्रा की शुरुआत 22 मई को हुई थी। तब से अब तक देश भर के लगभग 20 लाख यात्री इआंकड़ों के अनुसार, सोमवार तक 58 तीर्थयात्रियों की मौत केदारनाथ यात्रा के दौरान हुई। जिन तीर्थयात्रियों की मृत्यु हुई है उनमें से अधिकतर बंगाल, महाराष्ट्र, यूपी, एमपी और गुजरात से हैं।
2500 से ज्यादा तीर्थयात्री ऐसे थे जिन्हें 11,775 फीट की ऊंचाई पर स्थित केदारनाथ धाम पर सांस लेने में दिक्कत हुई तो उन्हें ऑक्सीजन मुहैया कराई गई। जिस दिन यात्रा की शुरुआत हुई थी यानी 22 अप्रैल को उसी दिन पहले यात्री की मौत हार्ट अटैक से हुई थी। यह यात्री गुजरात के रहने वाले थे। इनकी मौत यमुनोत्री जाने वाले मार्ग पर हुई थी।स यात्रा में हिस्सा ले चुके हैं। इनमें से करीब 2.1 लाख यात्रियों को स्वास्थ्य विभाग की ओर से मेडिकल सहायता भी दी जा चुकी है।
हिमलाय के इन तीर्थ स्थलों में इस साल मई तक लगातार बारिश और बर्फबारी होती रही है। इसकी वजह से वहां जबर्दस्त ठंड का माहौल रहा। कड़ाके की ठंड हार्ट अटैक और सांस संबंधी बीमारियों और इससे होने वाली मौतों की प्रमुख वजह रही है।