वोट के ठेकेदार को बसपा प्रत्याशी ने रकम वापसी का थमाया नोटिस कानूनी कार्यवाई करने की दी धमकी।
शाहजहाँपुर(उत्तर प्रदेश)
चुनाव आयोग चुनाव के समय जनता से अपील करता है कि मतदाता बिना प्रलोभन के अपने माताधिकार का प्रयोग करे और एक अच्छे प्रतिनिधि को चुने , साथ ही प्रत्याशी को भी चुनाव आयोग द्वारा तमाम निर्देश जारी किए जाते है जैसे शराब बाँटना, पैसे बाँटना , या अन्य किसी तरह से वोट के लिए लालच न दिया जाय, अगर प्रत्याशी ऐसा करते पाया जाता है तो उसके खिलाफ आचार संहिता के उलंघन की कार्यवाई की जाएगी , पर चुनाव कोई भी हो प्रत्याशी अपनी जीत के लिए शाम, दाम, दण्ड, भेद , हर तरह के हतकंडे अपनाता है और हर प्रत्याशी को उस समय अपनी जीत ही दिखाई देती है पर जीतता एक है , फिर जो जीता वही शिकन्दर लेकिन हारने वालो की ओर से भी तरह तरह के कारनामे देखने को मिलते है , कंही जीतने वाला प्रत्याशी हारने वाले के समर्थकों को परेशान करता है तो कंही हारने वाले प्रत्याशी की सरकार आजाये तो जीतने वाले प्रत्याशी के समर्थकों का जीना हराम कर देते है पर लड़ाई झगड़े, झूठे मुकदमे, आरोप प्रत्यारोप, जमीनी विवाद या व्यापार में नुकशान के मामले तो सुने होंगे लेकिन चुनाव के समय वोट के लिए नोट देने के बाद हारे हुए प्रत्याशी के द्वारा किसी संगठन के अध्यक्ष को या व्यक्ति को लीगल नोटिस जारी कर पैसे की वापसी करने की घटना आप ने शायद ही सुनी हो , पर ये घटना सही है ।
जी हाँ ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के शाहजहाँपुर से सामने आया है जिसमें शहर विधानसभा से बसपा प्रत्याशी रहे सर्वेश चंद मिश्रा उर्फ (धांधू ) ने आज मतगड़ना के ठीक एक माह बाद , ब्राह्मण परिषद के अध्यक्ष राजाराम मिश्र को वोट के नाम पर दिए गए पैसे की वापसी के लिए लीगल नोटिस जारी की है, नोटिस में धांधू ने जिक्र करते हुए कहा है कि ब्राह्मणों के वोट दिलवाने के लिए 5 लाख की डील हुई थी जिसमे से 1 लाख रुपये टोकन मनी के नाम पर वाकायदा चेक के माध्यम से दिए गए थे , लेकिन ब्राह्मण परिषद के अध्यक्ष मिश्र ने बीजेपी प्रत्याशी से ज्यादा पैसे लेकर वोट बीजेपी को दिलवा दिए जोकि ब्राह्मणों का विरोधी है इसलिए हमारे पैसे वापिस करो अन्यथा कानूनी करवाई की जाएगी।