Uttarakhand: नेताओं के दायित्वों की लिस्ट हुई वायरल, बीजेपी ने बताया भ्रामक
प्रदेश की धामी सरकार में दायित्व बांटे जाने की चर्चाओं के बीच सोशल मीडिया पर एक सूची वायरल हो गई। सूची संज्ञान में आने के बाद प्रदेश भाजपा ने इसे भ्रामक और तथ्यहीन करार दिया। दायित्वधारियों की वायरल सूची में भाजपा के कई वरिष्ठ नेताओं के नाम शामिल हैं। सूची में कई नाम पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के समर्थकों के बताए जा रहे हैं।
मंगलवार को भाजपा के सियासी हलकों में यह चर्चा गर्म रही कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अगले हफ्ते तक दायित्वों की घोषणा कर देंगे। इस चर्चा ने तब जोर पकड़ा जब सोशल मीडिया पर पार्टी की प्रदेश सह प्रभारी रेखा वर्मा के बयान से जुड़ी यह खबर वायरल हुई। रेखा वर्मा के हवाले से जारी खबर में अगले सप्ताह तक दायित्वों की घोषणा होने की संभावना जताई गई है।इस बीच सोशल मीडिया पर दायित्वधारियों की एक सूची भी वायरल हो गई।
इस सूची में पार्टी के वरिष्ठ नेता बलराज पासी, ज्योति प्रसाद गैरोला, देवेंद्र भसीन, सुरेश भट्ट, कैलाश पंत, विनोद उनियाल, सुभाष बड़थ्वाल, मोहन पाठक, केदार जोशी, चंडी प्रसाद भट्ट, सरोज डिमरी, दीपक मेहरा, ऋषिराज डबराल, राजेंद्र अंतवाल, राम सुंदर नौटियाल, निदेश आर्य, डॉ. जयपाल सिंह, देवेंद्र ढेला, कर्नल अजय कोठियाल, प्रदीप बिष्ट, रमेश गड़िया, सौरभ थपलियाल, सुमन काशमी, हरक सिंह नेगी, अशोक नबयिल, गोविंद पिल्खवान, भगवत प्रसाद, तेलूराम चिनलिया, सुरेंद्र मोघा, मूरतराम शर्मा, श्यामवीर सैनी, नगीना रानी, मुन्नी देवी, विनय रुहेला, शिव सिंह बिष्ट, रेणु अधिकारी, अनुराधा वालिया, अनिल गोयल, विनय गोयल, अनिल डब्बू, शांति मेहरा, रामचंद्र गौड, सुरेश जैन समेत कई अन्य भाजपा नेताओं के नाम शामिल हैं, जिनके नाम के सामने अलग-अलग दायित्व लिखे हैं।
भाजपा ने किया खंडन, बताया भ्रामक
भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान सोशल मीडिया व अन्य माध्यमों से सरकार में दायित्वधारियों के नाम से वायरल सूची को अफवाह बताया। उन्होंने कहा कि संगठन व सरकार ने दायित्वधारियों को लेकर ऐसी कोई सूची जारी नहीं की है। उन्होंने सूची को भ्रामक और तथ्यहीन बताया।
दायित्वों को लेकर भाजपा में बेचैनी
धामी सरकार में पिछले कई महीनों से दायित्वों के बंटवारे का इंतजार हो रहा है। प्रदेश नेतृत्व ने मुख्यमंत्री से चर्चा के बाद सूची फाइनल कर केंद्रीय नेतृत्व को भेज दी है। प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम, सह प्रभारी रेखा वर्मा, प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट जल्द दायित्व बांटे जाने के संबंध में कई बार बयान दे चुके हैं। लेकिन अभी दायित्वों का आवंटन नहीं हुआ है। इससे पार्टी के भीतर दायित्व चाहने वाले नेताओं में लगातार बेचैनी बढ़ रही है।
30 जून के बाद हो सकता है कैबिनेट विस्तार
30 जून के बाद हो कैबिनेट विस्तार हो सकता है। दिल्ली में अमित शाह, जेपी नड्डा, बीएल संतोष की बैठक में उत्तराखंड कैबिनेट की चर्चा हुई। उत्तराखंड राज्य में कैबिनेट मंत्री के 4 पद खाली हैं।