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कथा की पूजा में बैठने को लेकर दो वर्गों में विवाद, टेंट और लकड़ियों को आग के हवाले कर दिया
उत्तरकाशी में मोरी विकास खंड के बिंगसारी गांव में चल रहे शिव महापुराण कथा कार्यक्रम में पूजा(वर्णी) में बैठने को लेकर दो वर्गों में विवाद हो गया। आपसी कलह के चलते एक वर्ग ने कथा से किनारा कर लिया, साथ ही अनुसूचित वर्ग के लोगों ने कथा के लिए दिए चंदा और बर्तन भी लिए वापस ले लिए। इतना ही नहीं टेंट और लकड़ियों को आग के हवाले कर दिया।
सोमवार से आयोजित शिव महापुराण कथा का आयोजन पहले दिन ही विवादों की भेंट चढ़ गया। इस महापुराण में चार ग्राम पंचायतों रमाल गांव, बिंगसारी, खरसाड़ी व डोभाल गांव के कुल सात गांव शामिल हैं। कथा के पहले ही दिन देर शाम को अनुसूचित वर्ग और सामान्य वर्ग के लोगों में वर्णी बांधने को लेकर कुछ विवाद हो गया। जिसके बाद गांव में तनाव का माहौल बना हुआ है। कथा समिति के अध्यक्ष/बजीर कुशला सिंह रावत का कहना है की हर वर्ग के लोगों में से एक-एक व्यक्ति को वर्णी के लिए चुना गया है।
अनुसूचित वर्ग से भी ग्राम पंचायत के हिसाब से एक व्यक्ति को वर्णी में बैठाया गया है। इन लोगों की मांग है कि सभी लोग वर्णी में बैठेंगे। वहीं नायब तहसीलदार मोरी जबर सिंह असवाल का कहना है कि मामला उनके संज्ञान में नहीं है।