देहरादून।
उत्तराखंड विधानसभा सत्र के दौरान निर्दलीय विधायक उमेश शर्मा द्वारा धामी सरकार को 500 करोड़ की लागत से गिराने के चल रहे षड्यंत्र को लेकर उठाये गए सबाल पर सरकार की चिन्ता लाजमी है जिसपर मुख्यमंत्री धामी ने भी षडयंत्रकारियो का पर्दाफाश करने के लिए अपने खुफिया तंत्र को एक्टिव करने का संकेत दे दिया है ।
सुनिए मुख्यमंत्री धामी का बयान।
मुख्यमंत्री के इस बयान को लेकर सत्ता धारी पार्टी के साथ साथ विपक्षी पार्टी के वरिष्ठ नेता पूर्व सीएम हरीश रावत ने भी इसे गम्भीर मानते हुए भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य गठन से लेकर अब तक का भाजपा इतिहास रहा है कि उन्होंने कभी भी राज्य को पूरे 5 वर्ष पूरे करने वाला मुख्यमंत्री नही दिया है इससे भी राज्य में अस्थिरता का माहौल बना है इसलिए हमारा बीजेपी के वाचाल प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट से आग्रह है कि ऐसे षडयंत्रकारियो का नाम सार्वजनिक करें क्योंकि मुख्यमंत्री ने भी इस बयान पर अपने संकेत दिए है जिससे यह बयान और भी गम्भीर हो जाता है।
सुनिए पूर्व सीएम हरीश रावत का बयान।
वंही इस बयान को लेकर सत्ता धारी पार्टी के अन्दर भी सुगबुगाहट तेज हो गयी है जिसपर बीजेपी के वरिष्ठ नेता पूर्व मुख्यमंत्री निशंक ने कहा सदन में यदि कोई सवाल उठाया जाता है वह तथ्यात्मक होता है यदि ऐसे सवाल उठाने वाले विधायक के पास कोई तथ्य है तो उन्हें उजागर करना चाहिए ।
यँहा आपको बता दे कि 70 विधानसभा सदस्यों वाली उत्तराखंड की विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी के पास 47 विधायक है जबकि कांग्रेस के पास वर्तमान में 20 , बीएसपी का एक और निर्दलीय 2 विधायक है ऐसी पूर्ण बहुमत वाली सरकार को कैसे गिराया जा सकता है क्योंकि जबतक बीजेपी के अपने विधायक ही धामी के विरुद्ध बगावत नही करते तबतक यह सम्भव नही है इसलिए निर्दलीय विधायक के द्वारा सदन में जो सवाल उठाते हुए कहा है कि कुछ षड्यंत्रकारी है जो सरकार को गिराना चाहते है ऐसा में कंही न कंही धामी सरकार को भिभीषण की खोज करनी चाहिए?