सुरक्षा घेरा तोड़ राज्यपाल व सीएम आवास के बाहर धरने पर बैठे कांग्रेसी, पुलिस विभाग में हड़कंप
जोशीमठ भू-धंसाव मामले में मुख्यमंत्री से मिलने उनके आवास पहुंचे कांग्रेस के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री से मुलाकात न होने पर आवास के बाहर ही धरना दे दिया। कांग्रेसी मुख्यमंत्री आवास के बाहर धरने पर बैठे हुए हैं।
बताया जा रहा है कि कांग्रेस नेता मुख्यमंत्री से मिलने का समय मांग रहे थे, लेकिन उन्हें समय नहीं मिल पाया। मंगलवार को वह वाहनों से मुख्यमंत्री आवास पहुंचे, जहां उन्हें सुरक्षा कर्मियों ने रोकने का प्रयास किया, लेकिन वह सुरक्षा घेरा तोड़कर सीएम आवास तक पहुंच गए।
जबकि पूर्व में मुख्यमंत्री आवास के बाहर धरने को लेकर पुलिस विभाग की ओर से सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की हुई थी। यह तीसरी बार है जब सीएम आवास के बाहर धरना प्रदर्शन किया गया। इससे पुलिस व एलआइयू की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं। आनन-फानन पुलिस फोर्स को मौके पर भेजा गया है। इसकी सूचना जब एसपी सिटी तक पहुंची तो वह खुद ही घटनास्थल पर पहुंच गई।
बिना पूर्व अनुमति के सीएम आवास जाने का निर्णय किया
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा लगातार सीएम पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात का समय मांग रहे थे, लेकिन कार्यों की व्यवस्था के चलते समय न मिलने से कांग्रेस अध्यक्ष ने बिना पूर्व अनुमति के सीएम आवास जाने का निर्णय किया।
मंगलवार को कांग्रेस नेता बिन बताए राजभवन तक गाड़ियों से पहुंचे और उसके बाद मुख्यमंत्री आवास के नजदीक तक पहुंच गए, जहां पर वह पुलिस सुरक्षा घेरे को तोड़ कर आगे बढ़े। यहां महिला पुलिस न होने के चलते कांग्रेसी नेताओं और पुलिस में तीखी निकझोक भी हुई।
पुलिस के सुरक्षा घेरे पर फिर सवाल खड़े हुए कि आखिरकार जब संबंधित मार्ग प्रतिबंधित घोषित किया गया था तो यहां तक कांग्रेसी कैसे पहुंचे। यहां तमाम पुरुष पुलिसकर्मी तैनात रहते हैं, जबकि महिला आंदोलनकारी को रोकने के लिए कोई भी महिला पुलिसकर्मी नहीं थी।इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि सिस्टम की लापरवाही सुरक्षा में कितनी बड़ी चूक पैदा कर सकती है। कांग्रेस की प्रवक्ता गरिमा दासोनी की पुलिस से जमकर झड़प हुई। इसके बाद प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा व अन्य कांग्रेसी सीएम आवास के नजदीक धरने पर बैठ गए। उनके साथ पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष, चकराता से विधायक प्रीतम सिंह भी मौजूद हैं।