सीएम की विशेषज्ञों के साथ बैठक आज, जोशीमठ में लोगों ने किया भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का विरोध
जोशीमठ भूधंसाव मामले में उत्तराखंड सरकार एक्शन मोड में है। आज सोमवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी विशेषज्ञों के साथ बैठक करेंगे।
वहीं जोशीमठ के सिंहधार पहुंचे भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट को प्रभावितों के विरोध का समना करना पड़ा। वह सोमवार को प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लेने पहुंचे थे।
विभिन्न नामी संस्थाओं के विशेषज्ञों के साथ बैठक करेंगे मुख्यमंत्री
सचिव आपदा प्रबंधन डा सिन्हा ने बताया कि दीर्घकालिक उपायों के तहत जोशीमठ की जियो टेक्निकल, जियो फिजिकल, हाइड्रोलाजिकल जैसे अध्ययन होंगे। इसके आधार पर उपचारात्मक कदम उठाए जाएंगे। इसी क्रम में मुख्यमंत्री सोमवार को विभिन्न नामी संस्थाओं के विशेषज्ञों के साथ बैठक करेंगे।
मंगलवार को जोशीमठ का दौरा कर सकते हैं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जोशीमठ का दौरा करने आ सकते हैं। सूत्रों की मानें तो मंगलवार को वह जोशीमठ पहुंच कर भूधंसाव की स्थिति का जायजा लेंगे।
जोशीमठ में हो रहा भू धंसाव अब राष्ट्रीय स्तर पर भी चिंता का विषय बनता जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस संबंध में मुख्यमंत्री से जानकारी ले चुके हैं। प्रधानमंत्री कार्यालय इस विषय पर उच्च स्तरीय बैठक कर चुका है।
देश भर के नामी संस्थानों के विशेषज्ञ भी जोशीमठ की स्थिति की जानकारी लेने पहुंच रहे हैं। इसी कड़ी में रक्षा मंत्री भी सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण जोशीमठ का दौरा करने आ सकते हैं।
जोशीमठ में सेना के साथ ही आइटीबीपी की कंपनियां भी तैनात हैं। शिक्षा मंत्री डा धन सिंह रावत, सांसद तीरथ सिंह रावत व भाजपा अध्यक्ष महेंद्र भट्ट रक्षा मंत्री के संभावित दौरे को देखते हुए सोमवार को जोशीमठ पहुंचेंगे।
सांसद गढ़वाल तीरथ ने केंद्रीय मंत्रियों के समक्ष उठाया जोशीमठ का विषय
सांसद पौड़ी व पूर्व मुख्य मंत्री तीरथ सिंह रावत ने केंद्रीय ऊर्जा मंत्री हरदीप पुरी और केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह को पत्र लिखकर जोशीमठ में हो रहे भूधंसाव की ओर ध्यान आकर्षित किया है। उन्होंने जोशीमठ में रह रहे स्थानीय निवासियों को बचाने और वहां का स्थलीय अध्ययन कराने के लिए विशेषज्ञों की टीम भेजने का अनुरोध किया है।
सांसद तीरथ सिंह रावत ने अपने पत्र में लिखा है कि जोशीमठ में हो रहे भूधंसाव से बड़ी संख्या में भवनों को क्षति पहुंची है। इससे वहां के निवासियों के सामने जानमाल का खतरा उत्पन्न हो गया है। इस क्षेत्र व यहां के निवासियों को बचाने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएं।