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Uttarkashi: घर के पास घास काटने गई महिला को गुलदार ने बनाया निवाला, गुस्साए ग्रामीणों ने किया हंगामा

उत्तरकाशी के चिन्यालीसौड़ के भड़कोट गांव में घर के पास घास काटने गई एक महिला को गुलदार ने मार डाला। घटना से गुस्साए ग्रामीणों ने हंगामा शुरू कर दिया। सूचना पर वन विभाग सहित राजस्व विभाग की टीम मौके पर पहुंची, लेकिन ग्रामीणों ने शव को नहीं उठाने दिया। मामला बढ़ता देख डीएम अभिषेक रुहेला मौके पर पहुंचे। करीब छह घंटे बाद उनके आश्वासन पर महिला का शव उठाने के लिए ग्रामीण तैयार हुए।

शुक्रवार सुबह भड़कोट निवासी भागीरथी देवी पत्नी स्वर्गीय भूपति प्रसाद नौटियाल उम्र 42 वर्ष अन्य महिलाओं के साथ घर से करीब एक किमी दूरी पर घास काटने गई थी। इसी दौरान वहां पर घात लगाए गुलदार ने भागीरथी देवी पर हमला कर दिया।

 

गुलदार के हमले में महिला की मौत हो गई। आसपास के ग्रामीणों ने शोर मचाया तब जाकर गुलदार शव को छोड़कर जंगल में भाग गया। सूचना मिलने पर टीम के साथ डीएफओ डीपी बलूनी और राजस्व विभाग की टीम मौके पर पहुंची, लेकिन आक्रोशित ग्रामीणों ने राजस्व विभाग की टीम ने शव का पंचनामा नहीं करने दिया। ग्रामीणों का कहना था कि एक माह के भीतर पांच किमी के दायरे में गुलदार के हमले में जान गंवाने वाली यह दूसरी महिला है।

 

बीती 13 मई को बड़ी मणी गांव में आंगनबाड़ी कार्यकत्री सुनीता देवी को भी गुलदार ने निवाला बनाया था। ग्रामीणों ने कहा कि भागीरथी देवी के मौत के बाद उनके दोनों बच्चे अनाथ हो गए हैं। इसलिए उनको सरकारी नौकरी दी जाए। वहीं ग्रामीणों ने गुलदार को नरभक्षी घोषित करने की मांग की। बवाल के कारण करीब छह घंटे तक घटनास्थल से शव नहीं उठ पाया तो डीएम अभिषेक रुहेला मौके पर पहुंचे।

उन्होंने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि उनकी सभी मांगों पर नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी। उसके बाद ग्रामीण माने और राजस्व विभाग ने शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए सीएचसी चिन्यालीसौड़ पहुंचाया। डीएफओ डीपी बलूनी ने कहा कि गुलदार को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाया जा रहा है। गुलदार को नरभक्षी घोषित कर उसके शूट करने के आदेश उच्च स्तर से दे दिए गए हैं। इसके लिए शूटर की टीम रवाना हो गई है।

 

एक माह पहले हुई थी पति की मौत
मृतक भागीरथी देवी के पति भूपति प्रसाद नौटियाल की भी एक माह पहले हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। उनके दो बच्चे मनीषा (21) और शुभम (19) अभी कॉलेज में पढ़ाई करते हैं। इनके पास आर्थिकी का कोई साधन नहीं है।

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