देहरादून।
बीजेपी विधायक के द्वारा अपनी ही सरकार के मंत्री के खिलाफ धरने पर बैठने और मंत्री पर अभद्रता करने के आरोप लगाने के मामले में देर रात बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष का बयान आया है जिसमें प्रदेश अध्यक्ष का कहना है अभी यह पूरा मामला हमारे संज्ञान में नही है इसमें पार्टी स्तर की कोई बात नही है रही बात विधायक के धरने की तो अपने क्षेत्र के विकास के लिए विधायक का धरना प्रदर्शन करना नैतिक अधिकार है …इससे क्षेत्र का विकास होता है अभी हमे इस मामले में पूरा संज्ञान नही है जब पूरा विषय आएगा तो दोनों से बात की जाएगी।
यँहा आपको बता दे पुरोला विधायक ने अपने क्षेत्र के तमाम जनप्रतिनिधियों के साथ आज वन मंत्री से मुलाकात कर डीएफओ से नाराजगी व्यक्त करते हुए तत्काल वँहा से हटाने की माँग की थी जैसा कि विधायक का आरोप है कि मंत्री उनियाल के द्वारा उन्हें जातिसूचक गालियां दी गयी जिससे नाराज विधायक ने उनके आवास के बाहर ही धरना प्रदर्शन कर मंत्री के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था शाम तक चले प्रदर्शन के बाद मुख्यमंत्री के बुलावे पर विधायक वँहा से मुख्यमंत्री से मिलने पहुँचे इस तरह से अपनी ही पार्टी के खिलाफ प्रदर्शन करने को बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अनुसाशन हीनता न मानकर विकास में प्रगति बता रहे है जो आम लोगों के भी गले नही उतर रही है।
वैसे तो बीजेपी अनुशासित पार्टी होने का पाठ पढ़ाती है लेकिन इस घटना को विकास से जोड़ रही है।
सुनिए बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट का बयान