यूकेएसएसएससी व यूकेपीएससी में खुफिया पुलिस, अधिकारियों व कर्मचारियों पर रहेगी नजर
यूकेएसएसएससी (उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग) व यूकेपीएससी (उत्तराखंड लोक सेवा आयोग) में एलआइयू व स्पेशल ब्रांच की तैनाती कर दी गई है।
खुफिया पुलिस इन दोनों आयोग के अंदर होने वाली हर गतिविधि पर नजर रख रही है। साथ ही प्रत्येक स्टाफ का रिकार्ड भी लिया जा रहा है। आने वाले समय में हर अधिकारी व कर्मचारी की गतिविधि पर खुफिया पुलिस की नजर रहेगी।
खुफिया पुलिस की तैनाती के लिए सरकार व पुलिस विभाग को लिखा था पत्र
यूकेएसएसएससी व यूकेपीएससी में परीक्षाओं के पेपर लीक होने के बाद दोनों आयोग के अध्यक्ष ने खुफिया पुलिस की तैनाती करने के लिए सरकार व पुलिस विभाग को पत्र लिखा था।
शासन के आदेश के बाद अब पुलिस विभाग ने दोनों आयोग में खुफिया पुलिस तैनात कर दी है, जो वहां हर अधिकारी व कर्मचारी की जन्म कुंडली खंगालने में जुट गई है। पुलिस सूत्रों की मानें तो दोनों आयोग के बाहर व अंदर तैनात खुफिया पुलिस पल-पल की रिपोर्ट अपने आलाधिकारियों को दे रही है।
बताया जा रहा है कि पुलिस विभाग आयोग के अंदर दाखिल होने वाले आयोग के अधिकारियों व कर्मचारियों के लिए नए नियम जारी कर सकती है। पेपर लीक प्रकरण में अति गोपनीय विभाग तक अधिकारी व कर्मचारी मोबाइल लेकर चले जाते थे, जिस पर पूरी तरह से रोक लग सकती है।
इसके अलावा गोपनीय विभागों में ड्यूटी करने वाले अधिकारी व कर्मचारियों के दाखिल होने से लेकर बाहर जाने तक पूरी निगरानी होगी। यही नहीं खूफिया पुलिस उनकी दिनचर्या पर भी नजर रखेगी।
पेपर लीक होने का पूरा सीन दोहराएगी एसआइटी
पटवारी परीक्षा से पहले पेपर कैसे लीक हुआ और अभ्यर्थियों को कैसे पढ़वाया गया, एसआइटी इसका पूरा सीन दोहराएगी। ताकि आरोपितों के खिलाफ ज्यादा से ज्यादा सुबूत हाथ लग सकें और कागजी कार्रवाई मजबूत कर कोर्ट में पेश किया जा सके। रिमांड पर लिए गए आरोपितों को शनिवार से इसके लिए आयोग और उस रिजॉर्ट पर ले जाया जाएगा, जहां पर अभ्यर्थियों को प्रश्न पत्र रटाया गया था।रिमांड पर लिए गए आरोपितों से एसआईटी ने शुक्रवार को लंबी पूछताछ की। काफी सवालों के जवाब एसआइटी का मिल चुके हैं, लेकिन यह जानना जरूरी है कि आरोपितों ने पेपर को लीक किया और कहां पर रुपये लिए। किस स्थान पर अभ्यर्थियों को प्रश्न पत्र पढ़ाया गया। एसआईटी पूरे क्राइम सीन को रीक्रिएट करा रही है। ताकि जांच और आरोप पत्र तैयार करने में मदद मिल सके। सूत्र बताते हैं कि आरोपितों को शनिवार से रिजॉर्ट व अन्य जगहों पर ले जाया जाएगा।
किसी ने आठ तो किसी ने 12 लाख में किया था सौदा
वहीं लेखपाल भर्ती परीक्षा पेपर लीक प्रकरण में एसआइटी ने प्रश्न पत्र खरीदने वाले अभ्यर्थियों के बयान दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। शुक्रवार को चार अभ्यर्थियों के बयान दर्ज किए गए। पता चला है कि किसी ने आठ तो किसी ने 12 लाख में सौदा तय किया था। एडवांस रकम के तौर पर किसी ने चार लाख तो किसी ने छह से आठ लाख तक जमा कराए थे।
यह भी पता चला है कि कुछ दलालों ने अपनी कमीशन जोड़कर संपन्न परिवारों के अभ्यर्थियों से 18 लाख रुपये तक में डील की। रकम का काफी हिस्सा एडवांस लेने के साथ ही जमानत के तौर पर उनके दस्तावेज भी अपने पास ही जमा कराए गए थे। चयनित होने के बाद बाकी रकम लेकर उन्हें दस्तावेज लौटाए जाने थे। सूत्र बताते हैं कि ऐसे कई सनसनीखेज बातें एसआइटी की पूछताछ में पता चली है।
चाचा-भतीजे को रिमांड पर लेकर पूछताछ
लेखपाल पेपर लीक प्रकरण में जेल गए आरोपित राजपाल और संजीव कुमार को एसआइटी ने कोर्ट के आदेश पर चार दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड पर लिया। रिमांड के दौरान पूछताछ में पालीटेक्निक शिक्षक राजपाल और उसके भतीजे संजीव कुमार ने कई राज उगले। सूत्र बताते हैं कि चाचा-भतीजे ने कुछ नए नाम भी एसआइटी को बताए हैं। वहीं, एसआइटी जल्द ही आयोग के निलंबित अनुभाग अधिकारी संजीव चर्तुवेदी व उसकी पत्नी रितु को भी रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी।
लेखपाल भर्ती पेपर लीक प्रकरण का उत्तराखंड एसटीएफ ने भंडाफोड़ करते हुए सात आरोपितों को 41 लाख की नकदी सहित गिरफ्तार किया था। बाद में मामले की जांच एसपी क्राइम रेखा यादव के नेतृत्व में एसआइटी को सौंपी गई और टीम ने आठवें आरोपित को गिरफ्तार कर जेल भेजा।
एसआइटी का पर्यवेक्षण कर रहे वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने आरोपितों का पुलिस कस्टडी रिमांड लेने की बात कही थी। जिस पर एसआइटी ने साक्ष्य जुटाने के लिए आरोपितों का पुलिस कस्टडी रिमांड मांगते हुए कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया था।
कोर्ट ने राजपाल व उसके भतीजे संजीव कुमार का चार दिन का रिमांड मंजूर किया है। शुक्रवार को एसआइटी आरोपित चाचा भतीजा को जिला कारागार से मध्य हरिद्वार लेकर पहुंची। आरोपितों को चंद्राचार्य चौक के पास की एक मोबाइल फोन की शाप से लेकर लैपटाप शोरूम पर भी ले जाया गया।
उन्होंने खरीदारी की पुष्टि की। पूछताछ में खेल में शामिल अन्य आरोपितों के नाम-पते भी जुटाए गए। एसआइटी प्रमुख रेखा यादव ने बताया कि राजपाल व संजीव का पुलिस कस्टडी रिमांड लेकर साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। जल्द ही, अन्य आरोपितों का रिमांड लेने के लिए भी कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया जाएगा।