चारो धामों में श्रद्धालुओं ने इसबार तोड़ा पिछले कई सालों का रिकार्ड, 16 अक्टूबर तक पहुचे 50 लाख से अधिक श्रद्धालु।
देहरादून, उत्तराखंड।
इस वर्ष चारधाम पहुंचने वाले यात्रियों का आंकड़ा 50 लाख पार होने से पूर्व के सभी रिकॉर्ड टूट गए, चारधाम यात्रा में हर साल श्रद्धालुओं की बढ़ोतरी आल वेदर रोड की सफलता और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कुशल प्रबंधन को दर्शाता है। आगामी दिसम्बर माह में होने वाले ग्लोबल इन्वेस्टर समिट से पहले ये आंकड़े पर्यटन क्षेत्र में निवेश करने वाले निवेशको को खूब आकर्षित कर रहे है।
चार धाम यात्रा के पिछले 3 वर्षों में श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि क्रमशः दर्ज की गई है –
2021 5.18 लाख (कोविड से बाधित)
2022 46.27 लाख
2023 50.12लाख (16 अक्टूबर तक )
27 दिसंबर 2016 को, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑल वेदर रोड की आधारशिला रखकर उत्तराखंड में बेहतर कनेक्टिविटी की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बढ़ाया। इस महत्वाकांक्षी परियोजना का प्राथमिक उद्देश्य चार धाम : यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ के लिए हर मौसम में कनेक्टिविटी बढ़ाना है।
यह परियोजना तीर्थयात्रियों को परिवहन में सुरक्षित और सुगम यात्रा प्रदान करेगी, जिससे वे मौसम की स्थिति या प्राकृतिक बाधाओं से बाधित हुए बिना अपनी यात्रा सुगमता से कर सकेंगे। इस बारहमासी सड़क परियोजना का कार्य पूरा होने से क्षेत्र और क्षेत्रवासियों को बेहद लाभ मिलेगा, जिसके सकारात्मक परिणाम वर्तमान में दिखने लगे है। यह क्षेत्र में व्यापार को सुविधाजनक तथा पर्यटन को और भी बढ़ावा दे रहा है, जो अंततः उत्तराखंड के आर्थिक विकास को मजबूती देगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने तीर्थयात्रियों की सुविधाओं में सुधार के लिए कई महत्वपूर्ण कदम भी उठाए थे, जिसमें चारों धामों में श्रद्धालुओं के लिए ऑनलाइन पंजीकरण से लेकर दर्शन तक की अलग-अलग व्यवस्था शामिल है। यात्रा के लिए अधिक संख्या में उन्नत एम्बुलेंस उपलब्ध करना और डॉक्टरों की एक विशेष टीम का गठन जिसके कारण श्रद्धांलुओं के लिए यात्रा बेहद सुविधाजनक रही। इसी क्रम में चार धाम तीर्थ स्थलों पर 50 हेल्थ ATM भी स्थापित किए गए जो तीर्थयात्रियों को टेली-मेडिसिन सेवाएं प्रदान कर रहा है।
डबल इंजन सरकार में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में सरकार चारधाम यात्रा को और अधिक सुगम और सफल बनाने हेतु लगातार कार्य कर रही है, जिसके परिणाम स्वरुप ये आकड़े आने वाले वर्षों में अनेक नये कीर्तिमान स्थापित करेंगे।